वाइडएंगल ऑफ लाइफ

सफल प्रवासी भारतीय : Top 26 NRI in Hindi

विदेश मंंत्रालय द्वारा जारी एक आंकड़े के अनुसार 2018 तक 30,995,729 प्रवासी भारतीय और भारतीय मूल के व्यक्ति दुनिया के 30 से भी अधिक देशों में रह रहे थे। ये वे लोग हैं जो काम की तलाश में, पढ़ाई के लिए या व्यापार के सिलसिले में विदेश गए। इनमें भारत के लगभग हर प्रांत के लोग हैं और हर जाति-धर्म के लोग हैं, लेकिन इनमें एक बात सामान्य होती है कि ये पुरजोर मिहनत करने और कुछ बेहतर पाने की लालसा लिए देश से निकलते हैं। यहां हमने भारतवंशियों की इस विशाल समुदाय में से उन 26 सफल प्रवासी भारतीय (NRI) प्रतिभाशाली व्यक्तियों को चुना है जो अपनी कामयाबी के कारण लगातार अंतर्राष्ट्रीय चर्चाओं में बने रहे हैं।

इतिहास गवाह है, कि भारतीय समुदाय के लोग जहां भी गए उस देश और समाज को अपने खून-पसीने से सींचा और वहां के मूल निवासियों के कंधे से कंधा मिलाकर उस समाज की तरक्की के लिए काम किया। भारतीय मूल के इन प्रवासियों ने भारत से बाहर अपने-अपने देशों में जीवन के हर क्षेत्र में बेहतर किया है। सफल प्रवासी भारतीय या भारतीय मूल के ये 26 नाम ऐसे हैं जो लंबे समय से लगातार अपनी कामयाबी के कारण दुनिया भर में चर्चित रहे हैं। तो, आइए मिलते हैं इन 26 सफल प्रवासी भारतीय प्रतिभाओं से-

26 सफल प्रवासी भारतीय (Top 26 NRI) जिन्होंने लहराए दुनिया भर में अपनी कामयाबी के परचम

1.लक्ष्मी निवास मित्तलसफल प्रवासी भारतीय जिन्हें स्टील किंग के नाम से जाना जाता है

लक्ष्मीनिवास मित्तल

 राजस्थान में जन्मे 69 वर्षीय लक्ष्मीनिवास मित्तल ब्रिटिश नागरिक हैं और दुनिया के सबसे बड़ी स्टील कंपनी आर्सेलर-मित्तल के मालिक हैं। मित्तल परिवार की अपनी मूल कंपनी मित्त्ल-स्टील थी। 2006 में मित्तल परिवार ने आर्सेलर का अधिग्रहण किया और तब आर्सेलर-मित्तल नाम की जो कंपनी अस्तित्व में आई वह आज दुनिया की सबसे बड़ी लोहा-इस्पात कंपनी बन गई। लक्ष्मीनिवास मित्तल दुनिया के सर्वोच्च धनाढ्य व्यक्तियों में शामिल हैं। फोर्ब्स पत्रिका ने उन्हें 2005 में दुनिया का तीसरा सबसे अमीर आदमी घोषित किया। 2007 में वे यूरोप के सबसे अमीर एशियन थे। वे अमेरिका के बहुराष्ट्रीय निवेश बैंक Goldman Sachs के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के सदस्य भी हैं।   

2. हिंदुजा ब्रदर्स

हिंदुजा ब्रदर्स

प्रतिष्ठित मल्टीनेशनल कंपनी ‘हिंदुजा-ग्रुप’ के अध्यक्ष एस.पी. हिंदुजा अपने भाई गोपीचंद, प्रकाश और अशोक हिंदुजा के साथ हिंदुजा ब्रदर्स के नाम से दुनिया भर में जाने जाते हैं। वर्तमान में ब्रिटिश नागरिक एस.पी. हिंदुजा का जन्म अविभाजित भारत के करांची में 1935 में हुआ था। विभाजन के बाद हिंदुजा परिवार भारत चला आया। मुंबई में बांद्रा के नेशनल कॉलेज के ये छात्र रहे। अभी एसपी (श्रीचंद) और गोपीचंद ब्रिटिश नागरिक हैं, प्रकाश स्विस और अशोक भारतीय नागरिक हैं। श्रीचंद और गोपीचंद हिंदुजा दोनों मिलकर 2019 में ब्रिटेन के सबसे अमीर परिवार घोषित हुए। चेन्नई स्थित भारत की प्रतिष्ठित वाहन निर्माता कंपनी ‘Ashok Leyland’ हिंदुजा समूह की ईकाई है।     

3.सुंदर पिचई

सुंदर पिचई

1972 में तमिलनाडु के मदुरई में जन्मे सुंदर पिचई आज दुनिया के सबसे बड़े इंटरनेट कंपनी Google के सीईओ हैं। श्री पिचई को भारत और अमेरिका दोनों देशों की नागरिकता प्राप्त है।

4.इंद्रा नूई

इंद्रा नुई

1955 में तमिलनाडु के चेन्नई में जन्मी इंद्रा नूई दुनिया की 100 ताकतवर महिलाओं की फोर्ब्स-सूची में 2014 में 13वें स्थान पर थीं। 2006 से 2018 तक वे मशहूर मल्टीनेशनल कंपनी PepsiCo की सीईओ रहीं। अभी वे दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी Amazon के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मेंबर हैं।

5.बॉबी जिंदल

जाने-माने अमेरिकी राजनेता पीयूष (बॉबी) जिंदल का जन्म 1971 में अमेरिका के लुसियाना प्रांत के एक पंजाबी भारतीय परिवार में हुआ था। उनके पिता पंजाब से अमेरिका जाकर बसे थे। अमेरिकी जनता ने बॉबी को लुसियाना प्रांत का गवर्नर चुना और अपने पद पर वे 2008 से 2016 तक बने रहे। 2001 में राष्ट्रपति जॉर्ज डब्यू, बुश ने उन्हें अमेरिका के असिस्टेंट सेक्रेटरी ऑफ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेस फॉर प्लानिंग एंड एवैल्युएशन पद पर नियुक्त किया था। तब वे केवल 30 साल के थे!        

6.दीपक चोपड़ा

दीपक चोपड़ा

1946 में नई दिल्ली में जन्मे दीपक चोपड़ा आज दुनिया के जाने-माने मोटिवेशनल लीडर हैं। वर्तमान में अमेरिकी नागरिक दीपक को एम्स, नई दिल्ली से डॉक्टरी की डिग्री हासिल है। डॉक्टर बनने के बाद शुरुआती महीने उन्होंने भारत के गांवों में बिताए। आज वे एक मोटिवेशनल लेखक, वक्ता और शिक्षक हैं। उन्होंने एलोपैथिक दवाओं के विकल्प की पुरजोर वकालत की है और उनके मोटिवेशन में अध्यात्म और आत्म-विज्ञान पर बल दिया जाता है। ‘रिटर्न ऑफ ऋषि’, ‘एजलेस बॉडी – टाइमलेस माइंड’, ‘क्वांटम हीलिंग’, ‘7 स्प्रीचुअल लॉज ऑफ सक्सेस’ उनकी 80 किताबों में से कुछ प्रमुख नाम हैं।

7.वेंकटरमण रामकृष्णन

वेंकटरमण रामकृष्णन

2009 में इन्हें टी.ए. स्टीट्ज और ऐडा ई. योनथ के साथ केमिस्ट्री के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। ये बयोकेमिस्ट्री में स्ट्रक्चरल बायोलॉजी के फील्ड में दुनिया के शीर्ष वैज्ञानिकों में शुमार हैं। अपने चाहने वालों में वेंकी नाम से मशहूर वेंकटरमण रामकृष्णन का जन्म 1952 में तमिलनाडु के चिदम्बरम में हुआ था। वर्तमान में वह ब्रिटिश और अमेरिकी नागरिक हैं।

.

8.लक्ष्मी प्राचुरी

लक्ष्मी प्राचुरी

2010 में सबसे प्रभावशाली 100 महिलाओं की फोर्ब्स-एशिया सूची में शामिल लक्ष्मी प्राचुरी ग्लोबल उद्यमी और वक्ता हैं। आंध्रप्रदेश के विशाखापतनम् में जन्मी सुश्री प्राचुरी INK की संस्थापिका और सीईओ हैं। वे अमेरिका के प्रसिद्ध TED कॉन्फ्रेंस की वक्ता रही हैं। आईआईटी मुंबई की छात्रा लक्ष्मी प्राचुरी ने बजाज इंस्टीट्यूट से एमबीए किया। क्रिस एंडरसन के साथ मिलकर उन्होंने 2009 में मैसूर में TEDIndia कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। अपने ऐसे कार्यक्रमों से भारत और अमेरिका के रिश्तों को मजबूत करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

9.मनु प्रकाश

मनु प्रकाश

भारत के मेरठ में पैदा हुए आईआईटी कानपुर के छात्र रहे युवा मनु प्रकाश अमेरिका के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में बायोइंजीनियरिंग के प्रोफेसर हैं। मनु ने महज 1 डॉलर की लागत से पेपर शीट और लेंस की मदद से बने आसानी से मोड़कर रखे जा सकने वाले फोल्डेबल माइक्रोस्कोप –Foldoscope का इजाद किया। वे इसी तरह के दूसरे सरल आविष्कारों पर काम कर रहे हैं जिससे चिकित्सीय उपकरणों को सरलतम रूप में लाकर दुनिया के आम आदमियों तक पहुंचाया जा सके।      

10.प्रणव मिस्त्री

प्रणव मिस्त्री

1981 में गुजरात के पालनपुर में जन्मे केवल 38 साल के प्रणव सैमसंग कंपनी के रिसर्च विंग के ग्लोबल वाइस प्रेसिडेंट हैं। 2013 में उन्होंने सैमसंग गैलेक्सी गियर नामक स्मार्ट वाच पेश किया। वर्ल्ड ईकोनॉमिक फोरम ने उन्हें 2013 में ‘यंग ग्लोबल लीडर’ के पुरस्कार से नवाजा।

11.सबीर भाटिया

सबीर भाटिया

1968 में चंडीगढ़ में जन्मे सबीर भाटिया ने अपने करियर की मुकम्मल शुरुआत एपल कंप्यूटर कंपनी में एक हार्डवेयर इंजीनियर के रूप में की थी। आज उन्हें दुनिया बेव मेल कंपनी Hotmail.com के संस्थापक के रूप में जानती है। 2011 में, दुनिया में ई-मेल सेवा मुहैया करने वाली कंपनियों में gmail.com के बाद ‘हॉटमेल’ दूसरे नंबर पर थी। बाद में 1998 में उन्होंने Microsoft को Hotmail.com बेच कर ई-कॉमर्स कंपनी Arzoo Inc और फिर एक मुफ्त मैसेजिंग सेवा JaxtrSMS की स्थापाना की।  

12.सत्या नडेला

सत्या नडेला

1967 में हैदराबाद में पैदा हुए सत्या नडेला विश्वविख्यात कंपनी ‘माइक्रोसॉफ्ट’ के मौजूदा सीईओ हैं। सत्या की आरंभिक पढ़ाई बेगमपेट के हैदराबाद पब्लिक स्कूल और फिर मैंगलोर यूनिवर्सिटी से हुई। यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन से उन्होंने कंप्यूटर साइंस में मास्टर और यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए किया।

13.जुबीन मेहता

ज़ुबीन मेहता

1936 में मुंबई में जन्मे ज़ुबीन मेहता आज दुनिया के जाने-माने म्यूजिक कंडक्टर (संगीत प्रस्तुतिकरण के ऑन-स्टेज निर्देशक) हैं और स्टेज पर अपने जोशीले और ऊर्जावान निर्देशन के लिए जाने जाते हैं। वह वेस्टर्न और ईस्टर्न दोनों प्रकार के क्लासिकल संगीत को निर्देशित कर सकते हैं। उन्होंने मॉन्ट्रियल सिंफनी आर्केस्ट्रा, लॉस एंजिल्स फिलहार्मोनिक ऑर्केस्ट्रा, न्यूयॉर्क फिलहार्मोनिक सहित कई सिंफनी ऑर्केस्ट्रा निर्देशित किए हैं। अभी वे प्रतिष्ठित इजरायली सिंफनी ऑर्केस्ट्रा इजरायल फिलहार्मोनिक ऑर्केस्ट्रा को अपनी सेवा दे रहे हैं। अगला पेज>>>

.

<<<पिछला पेज

14.पद्मश्री वारियर

पद्मश्री वारियर

आंध्रप्रदेश की विजयवाड़ा में जन्मी पद्मश्री वारियर अमेरिका के पुरुष प्रधान सिलिकन वैली की बेहद सफल महिला सीईओ में गिनी जाती हैं। 2018 में फोर्ब्स मैग्जीन ने उन्हें तकनीक जगत में अमेरिका की सबसे प्रभावशाली 50 महिलाओं में शुमार किया। मोटरोला और सिस्को (Cisco) के सीनियर एक्जीक्यूटिव पदों पर काम कर चुकी पद्मश्री चाइनीज वाहन निर्माता कंपनी NIO US की सीईओ रह चुकी हैं। 2005 में ईकोनॉमिक टाइम्स ने उन्हें 11वां सबसे प्रभावशाली ग्लोबल इंडियन कहा था।

15.राघव केके

केके राघव

1980 बेंगलुरु में जन्मे राघव जानेमाने युवा कलाकार हैं। 18 साल की उम्र में कार्टूनिस्ट की तौर पर अपनी कला का सफर शुरू करने वाले इस ‘कॉलेज ड्रॉप-आउट’ की कला का विस्तार पेंटिंग, मल्टीमीडिया, फिल्म, परफॉर्मेंस-आर्ट आदि कई विधाओं तक है। उनका कार्य क्षेत्र न्यूयॉर्क और बंगलुरू के बीच फैला है। सीएनएन ने उन्हें दुनिया के ऐसे 10 सर्वोच्च प्रतिभाशाली लोगों की सूची में शुमार किया है जिनके बारे में दुनिया बहुत कम जान पाई है। राघव को प्रतिष्ठित TED कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने का अवसर भी मिला है। राघव कहते हैं, ‘दूसरे अधिकांश कलाकारों की तरह मैं बैठकर कला की कल्पना नहीं करता, मैं उसे जीता हूं!’

16.प्रीती पटेल

प्रीति पटेल

शायद बहुतों की कल्पना से परे होगी यह बात कि इंगलैंड का गृह मंत्री कोई भारतीय मूल का व्यक्ति हो! जी हां, प्रीति पटेल भारतीय मूल की ब्रिटिश राजनेता और ब्रिटेन की मौजूदा गृह मंत्री हैं। लंदन में 1972 में जन्मी प्रीति पटेल के गुजराती माता-पिता पहले युगांडा में थे और वहां तनाशाह ईदी अमीन के सत्ता में आने के बाद 1960 के दशक में उन्हें ब्रिटेन पलायन करना पड़ा। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री मार्गेट थैचर से प्रभावित प्रीती ने 1997 में कंजर्वेटिव पार्टी की सदस्यता ली और 2005 में नटिंघम नॉर्थ से चुनाव जीत कर सांसद बनीं।

17.आलोक शर्मा

आलोक शर्मा

आलोक शर्मा अभी ब्रिटेन के मौजूदा प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन के मंत्रिमंडल में अंतर्राष्ट्रीय विकास राज्य मंत्री नियुक्त किए गए। उनका जन्म 1967 में उत्तर प्रदेश के आगरा में हुआ था। 2010 में वह कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद चुने गए और तब से लेकर अब तक विभिन्न प्रधानमंत्रियों के साथ ऊंचे एग्जीक्यूटिव पदों पर काम करते रहे हैं।

18.ऋषि सुनक

ऋषि सुनक

ऋषि सुनक प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन के मंत्रिमंडल में ट्रेजरी विभाग के मंत्री हैं। 2015 में रिचमंड से कंजर्वेटिव सांसद बनकर वे ब्रिटेन की सक्रिय राजनीति में शामिल हुए। 1980 में हैंपशायर इंगलैंड में जन्मे भारतीय मूल के ऋषि इनफोसिस संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद भी हैं।

19.दीपक सी. जैन

दीपक सी. जैन

1957 में असम के तेजपुर में जन्मे दीपक वित्त और मार्केटिंग जगत की एक दिग्गज अंतराष्ट्रीय हस्ती हैं। थाइलैंड के बैंकाक स्थित सैसिन ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनस एडमिनिस्ट्रेशन चुलालोंकोम के डीन, अंतर्राष्ट्रीय फ्रेंच मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट INSEAD में मार्केटिंग के चेयर्ड प्रोफेसर, अमेरिका के केलॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के डीन के रूप में कई प्रतिष्ठित संस्थानों में काम कर चुके  श्री दीपक अभी चाइना यूरोप इंटरनेशनल बिजनस स्कूल के सह-अध्यक्ष और ग्लोबल एडवाइजर हैं।

20.पान नलिन

पान नलिन

पान नलिन के नाम से मशहूर नलिन कुमार पांडे अनेक अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित जाने-माने फिल्मकार हैं। उनका जन्म गुजरात के एक छोटे से गांव में हुआ था। ‘संसार’, ‘आयुर्वेद: आर्ट ऑफ बीईंग’, ‘वैली ऑफ फ्लावर’ उनके निर्देशन में बनी कुछ अंतर्राष्ट्रीय ख्याति की नामचीन फिल्में हैं। उनकी डेब्यू फिल्म ‘संसार’ को अमेरिकन फिल्म इंस्टीट्यूट के AFI फेस्ट में ‘ग्रैंड ज्यूरी प्राइज : स्पेशल मेंशन’ अवार्ड से नवाजा गया।

21.रोहिंटन मिस्त्री

रोहिंटन मिस्त्री

1952 में मुंबई में जन्मे अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त साहित्यकार रोहिंटन मिस्त्री कनाडा में रहते हैं। सेंटजेवियर्स कॉलेज से उन्होंने मैथ्स और ईकोनॉमिक्स में बीए किया, फिर 1975 में कनाडा चले गए और दुबारा टोरंटो यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी और फिलॉसफी विषयों में डिग्री हासिल की। शुरुआती दौर में कनाडा के पत्र-पत्रिकाओं में उनकी कहानियों के छपने और पुरस्कृत होने के बाद पहली बार पेंगुइन से उनकी 11 छोटी कहानियों का संग्रह – “11 शॉर्ट स्टोरीज: टेल्स फ्रॉम फिरोजशा बाग” आया। ‘Such a long Journey’, ‘Family Matters’, ‘Fine balance’ उनके कुछ प्रमुख उपन्यास हैं। उनका नाम मैन बुकर प्राइज के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया।

22.अंशुमान जैन

अंशुमान जैन

1963 में जयपुर में जन्मे अंशुमान उर्फ अंशु जैन ने दुनिया की कई दिग्गज कंपनियों में काम किया और अपनी काबिलियत से प्रबंधन के ऊंचे पदों तक पहुंचे। 2012 में प्रतिष्ठित Deutsche Bank के ‘को-सीईओ’ नियुक्त हुए। अभी वे जाने-माने अमेरिकी वित्तीय सेवा फर्म Cantor Fitzgerald के अध्यक्ष हैं।

23.अजित जैन

अजित जैन

1951 में उड़ीसा में जन्मे अजित अमेरिकी मल्टीनेशनल कंपनी बर्कशायर हैथवे में इंश्योरेंस ऑपरेशंस के वाइस-चेयरमैन हैं। उन्होंने आईआईटी कानपुर से मेकैनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया था। करियर के शुराआती दौर में IBM में काम किया फिर हॉर्वर्ड से एमबीए करने के बाद McKinsey & Co. में शामिल हुए। इन दिनों में अमेरिका के न्यूयॉर्क में रहते हैं।

24.नरिंदर सिंंह कपानी

बहुत कम लोगों को पता है कि आधुनिक संचार व्यवस्था जिस फाइबर ऑप्टिक्स पर टिकी रही है उसके आविष्कार का श्रेय एक आप्रवासी भारतीय को जाता है। जी हां, नरिंदर सिंह कपानी को फाइबर ऑप्टिक्स का जन्मदाता माना जाता है। वे अभी ब्रिटिश नागरिक हैं। उनका जन्म 1926 में पंजाब के मोगा में हुआ था। उन्होंने आगरा विश्वविद्यालय से कॉलेज की शुरुआती पढ़ाई की और बाद में आगे की पढ़ाई के 1952 में इंपीरियल कॉलेज, लंदन गए। इससे पहले वे भारत सरकार के हथियार निर्माता संगठन ऑर्डनैंस फैक्ट्रीज सर्विस में अधिकारी रहे।

25.विनोद खोसला

विनोद खोसला

1955 में भारत में पैदा हुए विनोद खोसला आज सफल अरबपति अमेरिकी उद्यमी हैं। आईआईटी दिल्ली के छात्र रहे श्री खोसला ने अमेरिका में ‘खोसला वेंचर्स’ नामक निवेश कंपनी (वेंचर कैपिटल फर्म) खड़ी की और जानी-मानी अमेरिकी कंप्यूटर कंपनी सन-माइक्रोसिस्टम के सह-संस्थापक रहे। सन-माइक्रोसिस्टम वह कंपनी है जिसने ‘जावा प्रोग्रमिंग लैंग्वेज’ डेवलप किया। अंतर्राष्ट्रीय मंचों से इंधन विकल्प के रूप में इथेनॉल अपनाने की उन्होंने पुरजोर वकालत की। 2014 में फोर्ब्स पत्रिका ने दुनिया के 400 सर्वोच्च अमीरों की सूची में विनोद खोसला को शामिल किया।

26.डॉ. जुलेखा दाउद

डॉ. जुलेखा दाउद

पिछले 50 साल से दुबई सहित संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में आम आदमी तक चिकित्सा सेवा पहुंचाने वाली और गाइनोकोलॉजिस्ट डॉ. जुलेखा को यूएई में जुलेखा ‘मां’ (Mama Julekha) के नाम से जाना जाता है। उनका जन्म महाराष्ट्र के नागपुर में राजगिरी (भवन निर्माण) का काम करने वाले एक परिवार में हुआ था। उन्होंने गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज नागपुर से एमबीबीएस किया। 1964 में दुबई पहुंचने के बाद से वह लगातार आम लोगों की, खासकर महिलाओं की चिकित्सा सेवा में जुटी रही हैं। दुबई और यूएई के रुढ़िवादी समाज में महिलाओं का डॉक्टर होना और महिलाओं का अस्पताल में इलाज के लिए आना मुश्किल काम था। डॉ. जुलेखा ने यूएई में अपने डॉक्टरी करियर के दौरान घर-घर जाकर 10,000 से भी अधिक महिलाओं को प्रसव में मेडिकल सेवा उपलब्ध कराईं।

उन्होंने दुबई, शारजा और भारत के अपने गृह-नगर नागपुर में ‘जुलेखा हॉस्पिटल’ की स्थापना की और ‘जुलेखा हेल्थकेयर ग्रुप’ बनाया जिसकी वे मौजूदा अध्यक्ष हैं। दुबई में जुलेखा हॉस्पिटल लोगों को सस्ती दरों पर मेडिकल सेवा उपलब्ध कराने वाला एक बेहतरीन अस्पताल है। यूएई और भारत की सरकारों ने उन्हें अनेक सम्मानों से नवाजा है। जनवरी 2019 में भारत में राष्ट्रपति ने उन्हें 2019 का ‘प्रवासी भारतीय सम्मान’ प्रदान किया।   <<<पिछला पेज

और पढ़ें-

Exit mobile version