विदेश मंंत्रालय द्वारा जारी एक आंकड़े के अनुसार 2018 तक 30,995,729 प्रवासी भारतीय और भारतीय मूल के व्यक्ति दुनिया के 30 से भी अधिक देशों में रह रहे थे। ये वे लोग हैं जो काम की तलाश में, पढ़ाई के लिए या व्यापार के सिलसिले में विदेश गए। इनमें भारत के लगभग हर प्रांत के लोग हैं और हर जाति-धर्म के लोग हैं, लेकिन इनमें एक बात सामान्य होती है कि ये पुरजोर मिहनत करने और कुछ बेहतर पाने की लालसा लिए देश से निकलते हैं। यहां हमने भारतवंशियों की इस विशाल समुदाय में से उन 26 सफल प्रवासी भारतीय (NRI) प्रतिभाशाली व्यक्तियों को चुना है जो अपनी कामयाबी के कारण लगातार अंतर्राष्ट्रीय चर्चाओं में बने रहे हैं।
26 सफल प्रवासी भारतीय (Top 26 NRI) जिन्होंने लहराए दुनिया भर में अपनी कामयाबी के परचम
1.लक्ष्मी निवास मित्तल – सफल प्रवासी भारतीय जिन्हें स्टील किंग के नाम से जाना जाता है
राजस्थान में जन्मे 69 वर्षीय लक्ष्मीनिवास मित्तल ब्रिटिश नागरिक हैं और दुनिया के सबसे बड़ी स्टील कंपनी आर्सेलर-मित्तल के मालिक हैं। मित्तल परिवार की अपनी मूल कंपनी मित्त्ल-स्टील थी। 2006 में मित्तल परिवार ने आर्सेलर का अधिग्रहण किया और तब आर्सेलर-मित्तल नाम की जो कंपनी अस्तित्व में आई वह आज दुनिया की सबसे बड़ी लोहा-इस्पात कंपनी बन गई। लक्ष्मीनिवास मित्तल दुनिया के सर्वोच्च धनाढ्य व्यक्तियों में शामिल हैं। फोर्ब्स पत्रिका ने उन्हें 2005 में दुनिया का तीसरा सबसे अमीर आदमी घोषित किया। 2007 में वे यूरोप के सबसे अमीर एशियन थे। वे अमेरिका के बहुराष्ट्रीय निवेश बैंक Goldman Sachs के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के सदस्य भी हैं।
2. हिंदुजा ब्रदर्स
प्रतिष्ठित मल्टीनेशनल कंपनी ‘हिंदुजा-ग्रुप’ के अध्यक्ष एस.पी. हिंदुजा अपने भाई गोपीचंद, प्रकाश और अशोक हिंदुजा के साथ हिंदुजा ब्रदर्स के नाम से दुनिया भर में जाने जाते हैं। वर्तमान में ब्रिटिश नागरिक एस.पी. हिंदुजा का जन्म अविभाजित भारत के करांची में 1935 में हुआ था। विभाजन के बाद हिंदुजा परिवार भारत चला आया। मुंबई में बांद्रा के नेशनल कॉलेज के ये छात्र रहे। अभी एसपी (श्रीचंद) और गोपीचंद ब्रिटिश नागरिक हैं, प्रकाश स्विस और अशोक भारतीय नागरिक हैं। श्रीचंद और गोपीचंद हिंदुजा दोनों मिलकर 2019 में ब्रिटेन के सबसे अमीर परिवार घोषित हुए। चेन्नई स्थित भारत की प्रतिष्ठित वाहन निर्माता कंपनी ‘Ashok Leyland’ हिंदुजा समूह की ईकाई है।
3.सुंदर पिचई
1972 में तमिलनाडु के मदुरई में जन्मे सुंदर पिचई आज दुनिया के सबसे बड़े इंटरनेट कंपनी Google के सीईओ हैं। श्री पिचई को भारत और अमेरिका दोनों देशों की नागरिकता प्राप्त है।
4.इंद्रा नूई
1955 में तमिलनाडु के चेन्नई में जन्मी इंद्रा नूई दुनिया की 100 ताकतवर महिलाओं की फोर्ब्स-सूची में 2014 में 13वें स्थान पर थीं। 2006 से 2018 तक वे मशहूर मल्टीनेशनल कंपनी PepsiCo की सीईओ रहीं। अभी वे दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी Amazon के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मेंबर हैं।
5.बॉबी जिंदल
जाने-माने अमेरिकी राजनेता पीयूष (बॉबी) जिंदल का जन्म 1971 में अमेरिका के लुसियाना प्रांत के एक पंजाबी भारतीय परिवार में हुआ था। उनके पिता पंजाब से अमेरिका जाकर बसे थे। अमेरिकी जनता ने बॉबी को लुसियाना प्रांत का गवर्नर चुना और अपने पद पर वे 2008 से 2016 तक बने रहे। 2001 में राष्ट्रपति जॉर्ज डब्यू, बुश ने उन्हें अमेरिका के असिस्टेंट सेक्रेटरी ऑफ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेस फॉर प्लानिंग एंड एवैल्युएशन पद पर नियुक्त किया था। तब वे केवल 30 साल के थे!
6.दीपक चोपड़ा
1946 में नई दिल्ली में जन्मे दीपक चोपड़ा आज दुनिया के जाने-माने मोटिवेशनल लीडर हैं। वर्तमान में अमेरिकी नागरिक दीपक को एम्स, नई दिल्ली से डॉक्टरी की डिग्री हासिल है। डॉक्टर बनने के बाद शुरुआती महीने उन्होंने भारत के गांवों में बिताए। आज वे एक मोटिवेशनल लेखक, वक्ता और शिक्षक हैं। उन्होंने एलोपैथिक दवाओं के विकल्प की पुरजोर वकालत की है और उनके मोटिवेशन में अध्यात्म और आत्म-विज्ञान पर बल दिया जाता है। ‘रिटर्न ऑफ ऋषि’, ‘एजलेस बॉडी – टाइमलेस माइंड’, ‘क्वांटम हीलिंग’, ‘7 स्प्रीचुअल लॉज ऑफ सक्सेस’ उनकी 80 किताबों में से कुछ प्रमुख नाम हैं।
7.वेंकटरमण रामकृष्णन
2009 में इन्हें टी.ए. स्टीट्ज और ऐडा ई. योनथ के साथ केमिस्ट्री के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। ये बयोकेमिस्ट्री में स्ट्रक्चरल बायोलॉजी के फील्ड में दुनिया के शीर्ष वैज्ञानिकों में शुमार हैं। अपने चाहने वालों में वेंकी नाम से मशहूर वेंकटरमण रामकृष्णन का जन्म 1952 में तमिलनाडु के चिदम्बरम में हुआ था। वर्तमान में वह ब्रिटिश और अमेरिकी नागरिक हैं।
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8.लक्ष्मी प्राचुरी
2010 में सबसे प्रभावशाली 100 महिलाओं की फोर्ब्स-एशिया सूची में शामिल लक्ष्मी प्राचुरी ग्लोबल उद्यमी और वक्ता हैं। आंध्रप्रदेश के विशाखापतनम् में जन्मी सुश्री प्राचुरी INK की संस्थापिका और सीईओ हैं। वे अमेरिका के प्रसिद्ध TED कॉन्फ्रेंस की वक्ता रही हैं। आईआईटी मुंबई की छात्रा लक्ष्मी प्राचुरी ने बजाज इंस्टीट्यूट से एमबीए किया। क्रिस एंडरसन के साथ मिलकर उन्होंने 2009 में मैसूर में TEDIndia कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। अपने ऐसे कार्यक्रमों से भारत और अमेरिका के रिश्तों को मजबूत करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
9.मनु प्रकाश
भारत के मेरठ में पैदा हुए आईआईटी कानपुर के छात्र रहे युवा मनु प्रकाश अमेरिका के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में बायोइंजीनियरिंग के प्रोफेसर हैं। मनु ने महज 1 डॉलर की लागत से पेपर शीट और लेंस की मदद से बने आसानी से मोड़कर रखे जा सकने वाले फोल्डेबल माइक्रोस्कोप –Foldoscope का इजाद किया। वे इसी तरह के दूसरे सरल आविष्कारों पर काम कर रहे हैं जिससे चिकित्सीय उपकरणों को सरलतम रूप में लाकर दुनिया के आम आदमियों तक पहुंचाया जा सके।
1981 में गुजरात के पालनपुर में जन्मे केवल 38 साल के प्रणव सैमसंग कंपनी के रिसर्च विंग के ग्लोबल वाइस प्रेसिडेंट हैं। 2013 में उन्होंने सैमसंग गैलेक्सी गियर नामक स्मार्ट वाच पेश किया। वर्ल्ड ईकोनॉमिक फोरम ने उन्हें 2013 में ‘यंग ग्लोबल लीडर’ के पुरस्कार से नवाजा।
11.सबीर भाटिया
1968 में चंडीगढ़ में जन्मे सबीर भाटिया ने अपने करियर की मुकम्मल शुरुआत एपल कंप्यूटर कंपनी में एक हार्डवेयर इंजीनियर के रूप में की थी। आज उन्हें दुनिया बेव मेल कंपनी Hotmail.com के संस्थापक के रूप में जानती है। 2011 में, दुनिया में ई-मेल सेवा मुहैया करने वाली कंपनियों में gmail.com के बाद ‘हॉटमेल’ दूसरे नंबर पर थी। बाद में 1998 में उन्होंने Microsoft को Hotmail.com बेच कर ई-कॉमर्स कंपनी Arzoo Inc और फिर एक मुफ्त मैसेजिंग सेवा JaxtrSMS की स्थापाना की।
12.सत्या नडेला
1967 में हैदराबाद में पैदा हुए सत्या नडेला विश्वविख्यात कंपनी ‘माइक्रोसॉफ्ट’ के मौजूदा सीईओ हैं। सत्या की आरंभिक पढ़ाई बेगमपेट के हैदराबाद पब्लिक स्कूल और फिर मैंगलोर यूनिवर्सिटी से हुई। यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन से उन्होंने कंप्यूटर साइंस में मास्टर और यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए किया।
13.जुबीन मेहता
1936 में मुंबई में जन्मे ज़ुबीन मेहता आज दुनिया के जाने-माने म्यूजिक कंडक्टर (संगीत प्रस्तुतिकरण के ऑन-स्टेज निर्देशक) हैं और स्टेज पर अपने जोशीले और ऊर्जावान निर्देशन के लिए जाने जाते हैं। वह वेस्टर्न और ईस्टर्न दोनों प्रकार के क्लासिकल संगीत को निर्देशित कर सकते हैं। उन्होंने मॉन्ट्रियल सिंफनी आर्केस्ट्रा, लॉस एंजिल्स फिलहार्मोनिक ऑर्केस्ट्रा, न्यूयॉर्क फिलहार्मोनिक सहित कई सिंफनी ऑर्केस्ट्रा निर्देशित किए हैं। अभी वे प्रतिष्ठित इजरायली सिंफनी ऑर्केस्ट्रा इजरायल फिलहार्मोनिक ऑर्केस्ट्रा को अपनी सेवा दे रहे हैं। अगला पेज>>>