प्रेरक लघुकथा : सुंदरता और कुरूपता की कहानी…
अपने ब्लॉक में हम यहां-वहां से ढूंढ़कर समय-समय पर ऐसी लघुकथाएं पोस्ट करते हैं। अक्सर हम चीजों की परख उनके बाहरी विशेषताओं से करने की भूल कर देते हैं। यह प्रेरक लघुकथा चीजों की सच्ची परख के बारे में है। . बहुत पहले की बात है। तब दुनियां में चीजें जैसी थींं, वैसी ही दिखती भी थीं। कुछ भी ढका हुआ, छिपा हुआ नहीं था। हर कुछ वैसा ही था जैसा उसे होना चाहिए था। जो जैसा था बाहर से वही था, भीतर से वही! उन्हीं दिनों की बात सुंदरता और कुरूपता दो बहनें थीं। ‘सुंदरता’ जितना दिखने में सुंदर … Continue reading प्रेरक लघुकथा : सुंदरता और कुरूपता की कहानी…
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