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भीमराव अंबेडकर के कथन/सुविचार- BR Ambedkar’s quotes in Hindi

भीमराव अंबेडकर के कथन/सुविचार- BR Ambedkar’s quotes in Hindi

यदि मैं देखूंगा कि संविधान का दुरुपयोग किया जा रहा है, तो उसे जलाने वाला मैं पहला व्यक्ति होऊंगा। -भीम राव अंबेडकर

“If I find the constitution being misused, I shall be the first to burn it.” -B. R. Ambedkar

भीमराव अंबेडकर के कथन/सुविचार- BR Ambedkar’s quotes in Hindi

26 जनवरी 1950 के दिन हम एक विरोधाभासी जीवन में प्रवेश करेंगे। राजनैतिक दृष्टि से तो हमें समानता मिली होगी किंतु सामाजिक और आर्थिक स्तर पर हम असमान होंगे। इस विरोधाभास में हम कब तक जीते रहेंगे? -भीम राव अंबेडकर

“On the 26th of January 1950, we are going to enter into a life of contradictions. In politics we will have equality and in social and economic life we will have inequality. How long shall we continue to live this life of contradictions? -B. R. Ambedkar

भीमराव अंबेडकर के कथन/सुविचार- BR Ambedkar’s quotes in Hindi

राजनीति-रूपी शरीर के लिए कानून-व्यवस्था दवा की तरह है और जब राजनीति बीमार होती है, तब यह दवा देना अनिवार्य हो जाता है। -भीम राव अंबेडकर

 “Law and order are the medicine of the body politic and when the body politic gets sick, medicine must be administered.” -B. R. Ambedkar

सामाजिक अन्याय की तुलना में राजनैतिक अन्याय कुछ भी नहीं। समाज को चुनौती देने वाला सुधारक सरकार को चुनौती देने वाले राजनेता से बढ़कर साहसी होता है। -भीम राव अंबेडकर

“Political tyranny is nothing compared to the social tyranny and a reformer who defies society is a more courageous man than a politician who defies Government.” -B. R. Ambedkar

शिक्षित बनिए, संगठित होइए और अपने भीतर गुस्सा पैदा कीजिए। -भीम राव अंबेडकर

“Be Educated, Be Organised and Be Agitated” -B. R. Ambedkar

भारत का इतिहास कुछ नहीं बस बौद्ध और ब्राह्मणत्व के बीच नैतिक संघर्ष का इतिहास है। -भीम राव अंबेडकर

 “The history of India is nothing but a history of a mortal conflict between Buddhism and Brahminism”. -B. R. Ambedkar

हमें अपने पैरों पर खड़ा होना होगा और अपने अधिकारों के लिए पूरी ताकत लगाकर लड़ना होगा। इसलिए अपने गुस्से को पालिए और अपनी शक्ति एकत्र कीजिए। सत्ता और सम्मान आपको संघर्ष से ही मिलेगा। -भीम राव अंबेडकर

“We must stand on our own feet and fight as best as we can for our rights. So carry on your agitation and organize your forces. Power and prestige will come to you through struggle” -B. R. Ambedkar

वे इतिहास नहीं बनाते जो अपना इतिहास भूल जाते हैं। -भीम राव अंबेडकर

“They cannot make history who forget history”. -B. R. Ambedkar

पति और पत्नी का रिश्ता सबसे घनिष्ठ दोस्त जैसा होना चाहिए। -भीम राव अंबेडकर

 “The relationship between husband and wife should be one of closest friends.” -B. R. Ambedkar

मुझे ऐसा धर्म पसंद है जो स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व की शिक्षा दे। -भीम राव अंबेडकर

“I like the religion that teaches liberty, equality and fraternity” -B. R. Ambedkar 

किसी समाज की उन्नति को मैं उस समाज की स्त्रियों की उन्नति से मापता हूं। -भीम राव अंबेडकर

 “I measure the progress of a community by the degree of progress which women have achieved.” -B. R. Ambedkar

भीमराव अंबेडकर के कथन/सुविचार- BR Ambedkar’s quotes in Hindi

कोई भी देश किसी दूसरे देश पर हुकूमत करने के योग्य नहीं होता- ‘मिल’ के इस विचार को दुहराने वाले लोगों को यह भी स्वीकार करना चाहिए कि कोई भी वर्ग या समुदाय किसी दूसरे वर्ग या समुदाय पर शासन करने के योग्य नहीं होता। -भीम राव अंबेडकर

“Every man who repeats the dogma of Mill that one country is no fit to rule another country must admit that one class is not fit to rule another class.” -B. R. Ambedkar

संविधान वकीलों का दस्तावेज नहीं है, यह जीवन का वाहक है, और इसका मूल तत्व सदैव युग का मूल तत्व  होता है। -भीम राव अंबेडकर

“Constitution is not a mere lawyers document, it is a vehicle of Life, and its spirit is always the spirit of Age.” -B. R. Ambedkar

महान होना और ख्यातिवान होना दो अलग बाते हैं, महान वह है जो समाज का सेवक बनने को तैयार हो। -भीम राव अंबेडकर

“A great man is different from an eminent one in that he is ready to be the servant of the society.” -B. R. Ambedkar

जीवन लंबा होने की बजाए महान होना चाहिए। -भीम राव अंबेडकर

“Life should be great rather than long”. -B. R. Ambedkar

मनुष्य नश्वर है। विचार भी नश्वर हैं। जैसे पौधों को पानी चाहिए, विचारों को प्रसार चाहिए। अन्यथा दोनों मुरझाकर मर जाते हैं। -भीम राव अंबेडकर

“Men are mortal. So are ideas. An idea needs propagation as much as a plant needs watering. Otherwise both will wither and die.” -B. R. Ambedkar

मानस का संवर्धन मनुष्य के जीवन का उच्चतम लक्ष्य होना चाहिए। -भीम राव अंबेडकर

“Cultivation of mind should be the ultimate aim of human existence”. -B. R. Ambedkar

यदि आप सम्मानित जीवन जीने में यकीन करते हैं तो आपको स्वयं सहायता में भरोसा होता है जो कि सर्वोत्तम सहायता है। -भीम राव अंबेडकर

 “If you believe in living a respectable life, you believe in self-help which is the best help”. -B. R. Ambedkar

कुछ लोगों का मानना है कि धर्म समाज के लिए जरूरी नहीं। मैं ऐसा नहीं मानता। मेरा मानना है धर्म की बुनियाद जीवन और समाज के तौर-तरीकों के लिए आवश्यक है। -भीम राव अंबेडकर  

Some people think that religion is not essential to society. I do not hold this view. I consider the foundation of religion to be essential to the life and practices of a society. -B. R. Ambedkar

यदि हमें अखंड आधुनिक भारत चाहिए तो सभी संप्रदायों के धर्मग्रंथों का अंत होना चाहिए। -भीम राव अंबेडकर

The sovereignty of scriptures of all religions must come to an end if we want to have a united integrated modern India. B. R. Ambedkar

जब तक हमें सामाजिक स्वतंत्रता हासिल नहीं होती, तब तक कानून के बल पर मिली हुई आजादी हमारे किसी काम की नहीं। -भीम राव अंबेडकर  

So long as you do not achieve social liberty, whatever freedom is provided by the law is of no avail to you. – B. R. Ambedkar

लोकतंत्र महज सरकार का एक रूप नहीं है। मूलतः यह सहभागी जीवन और समेकित अनुभव का स्वरूप है। अनिवार्य रूप से यह लोगों के प्रति सम्मान और आदर भाव रखने की प्रवृत्ति है। -भीम राव अंबेडकर     

Democracy is not merely a form of government. It is primarily a mode of associated living, of conjoint communicated experience. It is essentially an attitude of respect and reverence towards fellow men. -B. R. Ambedkar

सफल क्रांति के लिए केवल असंतोष होना पर्याप्त नहीं। क्रांति के लिए जरूरी है न्याय के प्रति गहरी और अटूट प्रतिबद्धता, राजनैतिक और सामाजिक अधिकारों का महत्व और अनिवार्यता। -भीम राव अंबेडकर  

For a successful revolution it is not enough that there is discontent. What is required is a profound and thorough conviction of the justice, necessity and importance of political and social rights. -B. R. Ambedkar

असली आजादी है दिमाग की आजादी यानी स्वतंत्र चिंतन करने की क्षमता। जो व्यक्ति स्वतंत्र तरीके से सोच नहीं सकता वह बिना हथकड़ी और बेड़ी के भी गुलाम है। भले ही वह जेल में न हो, लेकिन उसकी हालत कैदियों वाली होती है। भले ही वह जिंदा हो, लेकिन मुर्दे के समान होता है। दिमाग की आजादी मनुष्य के जिंदा होने का प्रमाण है। -भीम राव अंबेडकर

“Freedom of mind is the real freedom. A person whose mind is not free though he may not be in chains, is a slave, not a free man. One whose mind is not free, though he may not be in prison, is a prisoner and not a free man. One whose mind is not free though alive, is no better than dead. Freedom of mind is the proof of one’s existence.” -B. R. Ambedkar

सावधानी से देखने पर आप पाएंगे कि बौद्ध धर्म तर्क पर आधारित है। इसमें लोचशीलता के तत्व अंतर्निहित हैं, जो किसी भी अन्य धर्म में नहीं मिलता। -भीम राव अंबेडकर  

If you study carefully, you will see that Buddhism is based on reason.There is an element of flexibility inherent in it, which is not found in any other religion.” -B. R. Ambedkar

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