जलीय पक्षियों का मुख्य भोजन पानी में रहने वाले जीव-जंतु होते हैं। मछलियां इनका पसंदीदा आहार होती हैं इसलिए ये पक्षी मछलियों के कुशल शिकारी होते हैं। ये फिशिंग बर्ड पानी वाले जगहों में पाए जाते हैं और इनके शरीर की विशेषताएं बाकी चिड़ियों से अलग होती हैं। आइए इस आर्टिकल ‘भारत के फिशिंग बर्ड्स: Fishing birds of India in Hindi’ में जानते हैं मछलियों का शिकार करने वाली 10 कॉमन भारतीय चिड़ियों के बारे में।
Fisher birds of India in Hindi : भारत के फिशिंग बर्ड्स:
भारत में लगभग चिड़ियों की तकरीबन 1300 species पाई जाती हैं जिनमें से लगभग वन फोर्थ यानी 300 से अधिक aquatic (जलीय) प्रजाति हैं। ये एक्वेटिक बर्ड (जलीय पक्षी) अपने भोजन और habitat (वास स्थल) के लिए नदियों, समंदर, झील, वेटलैंट, दलदली इलाकों और पानी भरे चावल के खेतों या उनके आसपास पाए जाते हैं।
भारत के फिशिंग बर्ड्स
इन खूबसूरत फिशिंग बर्ड (fishing birds) की चोंच अपेक्षाकृत लंबी होती हैं। पानी में खड़े होकर या चलकर शिकार करने के लिए कुछ की टांगें लंबी होती हैं और कुछ के पंजों में झिल्ली लगी होती है जो पानी में तैरने के लिए पतवार की तरह काम आती हैं। इन चिड़ियों के पंखों पर मोम जैसे पदार्थ की बारीक परत होती जो इन्हें पानी में गीला होने से बचाती है।
फिशिंग बर्ड के मछलियों का शिकार करने के मुख्य तरीके हैं-
(i) पानी के ऊपर मंडराते हुए dive या गोता लगाकर या झपट्टा मारकर शिकार करना, example:किंगफिशर
(ii) पानी में शांत खड़े रहकर घात लगाकर मछली पकड़ना, example: बगुले यानी herons और egrets
(iii) पानी में डुबकी लगाकर अंदर ही अंदर तैरते हुए शिकार करना, example: Cormorant (कॉरमोरेंट)
(iv) पानी की सतह पर तैराकी करते हुए शिकार करना, example: पेलिकन
इस आर्टिकल में हमने भारत के मछलियों का शिकार करने वाली 10 प्रमुख चिड़ियों (फिशिंग बर्ड/fishing bird) को लिया है।
Fisher birds of India in Hindi
मछलियों का शिकार करने वाली 10 कॉमन भारतीय चिड़िया : 10 common Indian Fishing birds
1.किंग फिशर (King fisher) :
मछली पकड़ने में उस्ताद इस चिड़िया के नाम में ही ‘फिशर’ शब्द जुड़ा है जिसका अर्थ ‘मच्छीमार’ होता है। किंग फिशर छोटे आकार की चिड़िया है जो dive या गोता लगाकर मछलियों का शिकार करती है। भारत में 12 किस्मों के किंगफिशर पाए जाते हैं जिनमें Common Kingfisher (कॉमन किंग फिशर) भारत में सबसे अधिक दिखाई पड़ने वाला किंगफिशर है।
2.River Tern (रिवर टर्न):
सफेद-ग्रे कलर की यह चिड़िया कॉमन किंगफिशर से बड़ी लगभग तोते के आकार की होती है। चोंच और पैरों का रंग येलो-ऑरेंज होता है। पानी के ऊपर मंडराती हुई यह तेजी से नीचे आती है और झपट्टा मारकर मछ्ली चोंच से दबाकर उड़ जाती है।
3.Pond Heron (पॉन्ड हेरॉन) यानी सामान्य बगुला :
यह भारत का सबसे कॉमन जलीय पक्षी और बगुलों में सबसे छोटा होता है। थोड़े से सफेद पंखों के साथ शरीर का ज्यादातर हिस्सा मटमैला-भूरा होता है। छिछले पानी में स्थिर खड़ा रहता है और घात लगाकर मछली पकड़ता है।
4.Grey Heron (ग्रे हेरॉन) :
हिंदी में इसे खैरा बगुला, अंजन बक या सैन कहते हैं। यह लंबे टांगों और लंबी गरदन वाली ऊंची हाइट की धूसर रंग की चिड़िया है जिसकी आंखों के पीछे काली पट्टी होती है। आंखों के आगे yellow spot और लंबी चोंच का अगला हिस्सा गुलाबी होता है। यह भी छिछले पानी में स्थिर खड़ा रहता है और घात लगाकर मछली पकड़ता है।
5. Purple Heron (पर्पल हेरॉन) :
इसे हिंदी में लाल सैन या लाल अंजन कहते हैं। रंग इसका बैंगनी-भूरा होता है। ग्रे हेरॉन की तरह ही यह लंबे कद-काठी की चिड़िया है। छिछले पानी में घात लगाकर मछली पकड़ती है।
6.Egret (इग्रिट या एग्रेट):
हिंदी में इन्हें भी बगुला कहते हैं। भारत में इनकी 6 प्रजातियां पाई जाती हैं जिनमें से चार सफेद रंग के होते हैं और दो काले-स्लेटी। इनमें सबसे ऊंचे कद वाला Great Egret (ग्रेट इग्रिट) है जो सफेद रंग, लंबी गरदन और लंबी टांगों वाला सफेद बगुला है। लंबी चोंच का रंग सामान्य स्थिति में पीला होता है जबकि ब्रीडिंग याने प्रजनन के समय काला हो जाता है। पानी में खड़ा रहकर घात लगाकर मछली पकड़ता है।
7.Painted Stork (पेंटेड स्टॉर्क) :
हिंदी में इसे सारंग कहते हैं। सफेद पंखों पर चमकीले काले और गुलाबी धब्बों और पीले-नारंगी रंग की लंबी चोंच वाली यह चिड़िया भी छिछले पानी में खड़े होकर मछली पकड़ती है या कीचड़ में खाना तलाशती है। पानी के निकट पेड़ों पर पतली टहनियों और लकड़ियों से घोंसले बनाती है।
8.Cormorant (कॉरमोरेंट) :
काले रंग की यह चिड़िया पानी में डुबकी लगाकर अंदर ही अंदर तैरते हुए चोंच में मछली पकड़ती है। फिर, पानी से बाहर चोंच निकालकर मछ्ली को निगलती है। भारत में कॉरमोरेंट की तीन प्रजातियां Little Cormorant, Indian Cormorant और Great Cormorant पाई जाती हैं। शिकार से पेट भरकर पानी से निकलने के बाद कॉरमोरेंट अपने पंख फैलाकर सुखाते हुए बड़े सुंदर लगते हैं।
9.Oriental Darter (ओरिएंटल डार्टर) :
हिंदी में पनवा, तीरंदाज या सर्प पक्षी कहलाने वाली यह चिड़िया सांप जैसी लंबी गरदना वाली होती है। मछली का शिकार करने और उसे खाने का इसका अपना अलग अंदाज है। पानी के अंदर डुबकी लगाकार मछली पकड़ती है फिर अपनी लंबी गरदन पानी से बाहर निकालकर मछली को हवा में उछाल कर खुली चोंच में कैच करती है। कॉरमोरेंट की तरह यह भी दोनों डैने फैलाकर अपने गीले पंख सुखाती है।
10.Pelican (पेलिकन) :
पानी पर धीमी गति में आराम से तैरने वाली पेलिकन एक बड़े आकार की चिड़िया है। गरदन से लंबी इनकी बड़ी सी चोंच होती है जिसके निचले हिस्से में थैली होती है जिसमें यह मछली पकड़कर रखती है और फिर उसे इत्मिनान से निगलती है। भारत में पेलिकन की तीन प्रजातियां- ग्रेट व्हाइट पेलिकन, स्पॉट बिल्ड पेलिकन और डालमेशियन पेलिकन पाई जाती हैं। पानी के निकट पेड़ों पर पतली टहनियों और लकड़ियों से घोंसले बनाती है।