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5 कॉमन भारतीय तितली : इस बरसात मिलिए प्रकृति से

5 कॉमन भारतीय तितलियां जिन्हें आप अपने आस-पास लगभग हर मौसम में देख सकते हैं

आज मिलिए प्रकृति से इन 5 कॉमन भारतीय तितली के साथ।


तितलियां प्रकृति के बेहद खूबसूरत अंग हैं। ये इंडीकेटर यानी संकेतक हैं पर्यावरण के स्वस्थ होने के। यह बहुत अनोखी बात है कि जिस इलाके का पर्यावरण संतुलन बिगड़ता है वहां से सबसे पहले तितलियां पलायन कर जाती हैं। प्रदूषण को भांपने में तितलियां बेहद संवेदनशील होती हैं। आप अपने कपड़े पर डियो या परफ्यूम लगाकर उनके पास जाएं, वे आपसे दूर भागेंगी।

मानसून के आते ही प्रकृति में नए पौधे और फूल खिलने की तैयारी शुरू हो जाती है। यही वक्त होता है तितलियों के सबसे अधिक दिखाई पड़ने का। मानसून में नए फूल और पौधों के उगने से तितलियों को अपने पोषण और प्रजनन के लिए भरपूर साधन मिलते हैं। इसलिए बारिश गिरने के बाद प्रकृति में उनकी संख्या अचानक बढ़ जाती है।

तितलियों को हम गंभीरता से नहीं लेते इसलिए हमारे आस-पास होते हुए भी अकसर उनपर हमारी नजरें नहीं पड़तीं। जबकि यदि आप थोड़ी सी भी उनमें रुचि दिखाएं और आंखों को उनकी तलाश में लगाएं तो वे आपको बारिश के इस मौसम में पार्कों के कम व्यस्त हिस्सों की झाड़ियों में, बगीचों, सड़क और रेलवे लाइनों के किनारे उगने वाले वनफूलों की झाड़ियों पर मंडराती जरूर दिख जाएंगी।

भारत में तितलियों का नामकरण ब्रिटिश अध्ययनकर्ताओं की देन है जो सैन्य अधिकारी या शिकारी थे। इसलिए तितलियों के नामों में जंगल के प्राणियों और मिलिट्री रैंक जुड़े हुए हैं (जैसे प्लेन टाइगर तितली, कमांडर तितली आदि)। इससे पहले भारतीयों ने तितली जैसे नाचीज प्राणी पर कभी कोई ध्यान नहीं दिया था। आज भी आम लोगों की इनमें कोई खास रुचि नहीं है।

इस फोटो-आलेख में हमने ऐसी 5 सामान्य तितलियों को चुना है जो ऊंचे हिमालयी प्रदेशों को छोड़कर भारत के अधिकांश भागों में हमारे घरों के आस-पास, पार्कों, बगीचों, घास के मौदानों में पाई जाती हैं। आप थोड़ी रुचि दिखाएं तो आप इन्हें अपने आस-पास बड़ी आसानी से पहचान लेंगे। हमने इनके कॉमन नाम के साथ-साथ अंग्रेजी में इनका वैज्ञानिक नाम भी शामिल किया है। जिन्हें तितलियों में रुचि हो वे इन नामों के सहारे इंटरनेट पर इनके बारे में और जानकारी इकट्ठी कर सकते हैं।

तो चलिए इस वर्षा ऋतु में मिलते हैं प्रकृति से इन 5 खूबसूरत तितलियों के साथ—

1.Plain Tiger (Danaus chrysippus)

Plain tiger with full open wing
Plain Tiger with closed wing

यह हिमालय के ऊंचे इलाकों को छोड़कर लगभग संपूर्ण भारत में पाई जाने वाली नारंगी-गेरुए रंग की खूबसूरत तितली है। प्रायः आप इन्हें जमीन के निकट अलग-थलग उगे किसी फूल पर देख सकते हैं। धूप सेंकने के अलावा भी पंख फैलाकर फूलों पर बैठी रहना इनका प्रिय शगल है। पूरे पंख फैली हुई अवस्था में ये बहुत सुंदर दिखती हैं। खुली अवस्था में wing span [wing span = पंख पूरी तरह खुली अवस्था में पंख के एक छोर से दूसरे छोर तक की दूरी] 6-7 सेंटीमीटर होता है लिहाजा यह एक बड़े आकार की तितली है। बरसात में इनका रंग और भी चटख हो जाता है। भारत के अलावा यह लगभग संपूर्ण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में पाई जाती है।

2.Striped Tiger (Danaus genutia)

Striped tiger – closed wing – अपने कैटरपिलर के साथ
Striped tiger : wing open

प्लेन टाइगर से मिलती-जुलती इस तितली के पंखों पर धारियां (stripe) होती हैं जिस कारण इसका यह नाम पड़ा। आकार में यह प्लेन टाइगर जितनी और कभी-कभी उससे छोटी भी होती है। अमेरिकन मोनार्क (monarch) तितली से यह मिलती जुलती होती है। रंग इनका भी नारंगी-गेरुआ होता है लेकिन प्लेन टाइगर जैसा चटख नहीं। पंख पर बने लाइनों के पैटर्न से आप इनकी पहचान आसानी से कर सकते हैं। भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण-पूर्व एशिया से लेकर ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी,पूर्वी और दक्षिणी तटीय इलाकों तक इनका विस्तार है।

3.Common Crow (Euploea core)

Common Crow with closed wing

चॉकलेटी-भूरे रंग वाली यह तिलती अपने खुले पंखों के साथ (पंख का विस्तार यानी wing span) लगभग 8-9 सेंटीमीटर की होती है। जाहिर यह आकार में प्लेन टाइगर से अधिक बड़ी होती है। यह खुले पंख के साथ कम दिखाई पड़ती है। पंखों के किनारे पर सफेद चकत्तों के दो समांतर (parallel) पैटर्न होते हैं। अकसर ये आपको ऊपर को पंख समेटे फूलों पर अधिक देर तक बैठी दिखाई पड़ेंगी। शरीर में जहरीले टॉक्सिन होने के कारण इसे चिड़िया या दूसरे जीव-जंतु इसका शिकार नहीं करते। इसलिए ‘कॉमन क्रो’ तितली को दुश्मन का डर नहीं होता। इसका भी विस्तार भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण-पूर्व एशिया से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक है।

4.Blue Tiger (Tirumala limniace)

Blue Tiger – open wing
Blue Tiger – wing closed

संपूर्ण काले पंखों पर छोटे-बड़े सफेद चकत्ते (spots) भरे होते हैं। ये सफेद स्पॉट्स विभिन्न आकारों के होते हैं जो पंख के किनारे की तरफ आकार में छोटे हो जाते हैं। धब्बों को ध्यान से देखिए, ये पूरा सफेद नहीं होते, नीलापन होता है इनमें। इसी कारण इसके नाम में ‘ब्लू’ शब्द जुड़ा है। 10.5 सेमी के पंख विस्तार (wing span) के साथ आकार में यह ऊपर की तीनों तितलियों से बड़ी होती है। खुले पंखों के साथ यह बड़ी खूबसूरत और चमकीली दिखती है। हिमालय छोड़कर पूरे भारतीय उपमहाद्वीप (Indian sub-continent) से लेकर दक्षिण-पूर्व एशिया तक पाई जाती है।

5.Grass Yellow (Eurema hecabe)

Grass blue – closed wing
Grass blue : mating

यह छोटी तितली है- बस 3-4 सेंटीमीटर पंख विस्तार (wing span) वाली। चटख पीले रंग की यह तितली आपको कहीं भी जमीन के पास घास में मंडराती हुई मिल जाती है। पार्क, मैदान, नदी कछारों की घास, पहाड़ी ढालों पर उगी घास, झाड़ियों के आस-पास उगी घासों में इन्हें बड़ी आसानी से देखा जा सकता है। दिन के समय धूप रहने पर ये हमेशा उड़ती रहती हैं, बैठती कम हैं। दिन के समय किसी भी घास वाली खुली जगह में यदि आप तितलियों को ढूंढ़ें तो आपकी नजर घास में लगातार मंडराती इसी तितली पर सबसे पहले पड़ती है। लगभग संपूर्ण एशिया, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों, मैडागास्कर, फिजी और सोलोमन द्वीप में पाई जाती है।

इन तितलियों पर हमारा वीडियो देखें-

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