जर्मनी में पैदा हुई कॉर्नेलिया फंके जानी-मानी अमेरिकी बाल साहित्यकार हैं। उन्होंने बच्चों के लिए- ‘द थीफ लॉर्ड’, ‘ड्रैगन राइडर’ और ‘इंंकहार्ट’ (Inkheart) जैसी लोकप्रिय फिक्शन रचे हैं जो दुनिया भर में पाठकों के बीच खूब लोकप्रिय हुए। पेश है लेखिका कॉर्नेलिया फंके के कहे हुए कुछ प्रेरक और रोचक कथन – ‘कॉर्नेलिया फंके के कोट्स: Cornelia Funke Quotes in Hindi’
बच्चे कैटरपिलर होते हैं और बड़े तितलियां। कोई भी तितली कभी याद नहीं रखती कि कैटरपिलर के रूप में कैसा महसूस होता था। -कॉर्नेलिया फंके
Children are caterpillars and adults are butterflies. No butterfly ever remembers what it felt like being a caterpillar. -Cornelia Funke
“उस डर से ज्यादा डरावना और कुछ नहीं जिसका कोई नाम न हो।”
Nothing is more frightening than a fear you cannot name.
“कहानियों का क्या फायदा यदि हम उनसे कुछ सीखें नहीं।”
What are stories for if we don’t learn from them?
“काश मैं कुछ दिन और स्कूल जाती।”
I wish I had more time to visit schools.
“मेरे पिता मुझे हमेशा लाइब्रेरी ले जाते। हम दोनों ही किताबों के दीवाने थे।”
And my father always took me to the library. We were both book addicts.
“मरने से पहले तक मैं किताबें लिखती रहूंगी।”
I will try to write books until I drop dead.
यदि मैं किताब होती, तो मैं लाइब्रेरी की किताब बनना पसंद करती, ताकि हर तरह के बच्चे मुझे उठाकर घर ले जाते।”
If I was a book, I would like to be a library book, so I would be taken home by all different sorts of kids.
“मुझे जोर से बोलकर पढ़ना पसंद है।”
I love to read aloud.
“मुझे लगता है हर लेखक उन किताबों से प्रेरणा लेता है जो उसने पढ़ी होती है।”
Oh, I think every author is inspired by all of the books that she reads.
“मैं रोज एक ही तरह का खाना नहीं चाहती, इसलिए मैं अलग-अलग चीजें पढ़ती हूं।”
I don’t like to eat the same dish every day, so I read very different things.
“कुछ किताबें चख कर छोड़ दी जानी चाहिए, और कुछ को बस निगल लिया जाना चाहिए, लेकिन कुछ ऐसी किताबें ऐसी होती हैं जिन्हें चबाकर अच्छी तरह पचाना चाहिए!”
Some books should be tasted,some devoured but only few should be chewed and digested thouroughly!
“कहानियां, सच पूछो तो कभी खत्म नहीं होतीं… किताबों के खत्म हो जाने के बाद भी नहीं। कहानियां हमेशा जारी रहती हैं। वे अंतिम पन्ने पर खत्म नहीं होतीं, और न ही पहले पन्ने से शुरू होती हैं।”
Stories never really end…even if the books like to pretend they do. Stories always go on. They don’t end on the last page, any more than they begin on the first page.
“लेकिन आखिरकार, खलनायक कहानी के जायके में नमक ही तो हैं।”
But after all, the villains are the salt in the soup of a story.
“किताबों को भारी होना चाहिए क्योंकि पूरी दुनिया उनके अंदर होती है।”
Books have to be heavy because the whole world’s inside them.
“किताबों ने मुझे हमेशा के लिए सिखाया कि शब्दों के सहारे कितनी आसानी से आप इस दुनिया से बच सकते हैं! किताबों के पन्नों में आपको दोस्त मिल सकते हैं, बेहतरीन दोस्त!”
This book taught me, once and for all, how easily you can escape this world with the help of words! You can find friends between the pages of a book, wonderful friends!
“अजनबी जगहों पर अपनी किताबें साथ ले जाना बढ़िया आइडिया है।”
It’s a good idea to have your own books with you in a strange place.
“कहानियां लिखना भी एक जादूगरी की तरह है।”
Writing stories is a kind of magic, too.
“सभी लेखक पागल होते हैं!”
All writers are insane!
“प्यार एक ऐसी बीमारी जिसकी कोई दवा नहीं!”
In love – it sounded like a sickness without any cure!
“पढ़िए और जिज्ञासु बनिए। और यदि कोई कहे कि: ‘चीजें ऐसी ही होती हैं। तुम उसे बदल नहीं सकते।’ तो एक भी शब्द पर यकीन मत कीजिए।”
Read – and be curious. And if somebody says to you: ‘Things are this way. You can’t change it’ – don’t believe a word.